‘अण्णे वि हु1069 होंति छणा 1070ण उणो दीआलिआसरिच्छा दे1071
जत्थ जहिच्छं गम्मइ 1072पिअवसही 1073दीवअमिसेण ॥ ३१५ ॥’
  1. ‘हि’ क, ‘अस्मे वि हि’ ख
  2. ‘ण’ क ख नास्ति, ‘छणा णो’ ग
  3. ‘सरिच्छो दे’ क ख
  4. ‘पिअवसदी’ क ख, ‘पिअवसई’ घ
  5. ‘दीअवमिसेण’ क ख