716पडिउच्छिआ ण जंपइ गहिआ वि प्फुरइ चुम्बिआ रुसइ ।
तुण्हिंका717 णवबहुआ 718कआवराहेण दइएण ॥ १७९ ॥’
  1. ‘पडिउत्थिआ’ क ख
  2. ‘तुण्हिंभूआ’ क ख
  3. ‘कआवराएण’ घ