985अब्बो दुक्करआरअ पुणो वि तर्त्ति करेसि गमणस्स ।
अज्ज वि ण होंति सरला वेणीअ तरंगिणो चिउरा986 २९१’
  1. ‘अब्बो’ इति खेदे
  2. ‘चिहुरा’ क ख ग