1161असमत्तो वि समप्पइ 1162अपरिग्गहिअलहुओ परगुणालावो1163
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तस्स पिआपडिवड्ढा1164 ण समप्पइ रइसुहासमत्ता वि कहा ॥ ३४० ॥’
  1. ‘असमंतो वि’ ख
  2. ‘अपरिअग्गहिअ’ क, ‘अपरिगाहिअ’ ख
  3. ‘परगुणालाओ’ क
  4. ‘पडिवढ्ढा’ ग घ