1222खिण्णस्स 1223ठवेइ उरे पइणो गिम्हावरण्हरमिअस्स1224
ओल्लं गलन्तउप्फं1225 ण्हणसुअन्धं चिउरभारम् ॥ ३७९ ॥’
  1. ‘खिण्णस्स उरे पइणो ठत्रेइ’ गाथासप्त॰
  2. ‘ठवेइउ पइणो’ क, ‘वचेइर पइणो’ ख
  3. ‘गिम्हावरणहरणमिअस्स’ ख
  4. ‘गलन्तकुसुमं’ इति गाथासप्त॰