‘तह सा जाणंइ 1277पावा लोए 1278पच्छण्णमविणअं काउम्1279
जह पढमं चिअ सच्चिअ1280 1281लिक्खइ मज्झे चरित्तवंतीण ॥ ३९४ ॥’
  1. ‘जारा’ ख
  2. ‘पच्छण्णाम्’ ख
  3. ‘कारम्’ ख
  4. ‘सच्चिअ’ ख नास्ति
  5. ‘लिइ’ क