भावार्थः--The Hindi commentary was not digitized.
रसायनाधिकार ।
संक्षेपसे वृष्य पदार्थोंके कथन ।
भावार्थः--The Hindi commentary was not digitized.
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यद्यपि इस श्लोकमें आंवला, और बहेडे की संख्या निदेशं ठीक तौरसे नहीं की ग+ई है । तथापि अन्य अनेक वैद्यक ग्रंथोंमें प्रायः इसी प्रकारका उल्लेख मिलता है कि जहांपर त्रिफलाका साधा- रण कथन हो वहां उपरोक्त प्रकारसे ग्रहण किया जाता है । इसी आधारसे ऊपर स्पष्टतया संख्या नि- देश की ग+ई है ।
दूसरी बात यह है कि श्लोकमें बहेडा सेवन करनेका समय नहीं बतलाया है । हरडके साथ ही खार्वे तो मात्रा बढती है, आंवले की मात्रा कमती होती है । इस कारणसे हम यह समशते है कि एक हरड, दो बहेडा, तीन आंवला इस क्रमसे लेकर तीनोंको एक साथ चूर्ण करके योग्य मात्रामें शाम सुबह सेवन करना चाहिये । यही आचार्यका अभिप्राय होगा ।
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