कफज्वर में पाचन व पक्वज्वरलक्षण ।

भार्ङीफलत्रयकटुत्रिकपक्वतोय--।
मुष्णं पिबेत्कफकृतज्वरपाचनार्थम् ॥
170
लघ्वी तनुः प्रकृतिमूत्रमलप्रवृत्ति--।
र्मंदज्वरश्शिथिलकुक्षिरपीह पक्वे ॥ ६७ ॥

भावार्थः--The Hindi commentary was not digitized.