अस्थि, संधि, आदिककी गणना

अस्थीन्यथ प्रस्फुटसंधयश्च स्नायुश्शिराविस्तृतमांसपेश्य ।
संख्याक्रममात्त्रित्रिनवप्रतीतं सप्तापि पंच प्रवदेच्छतानि ॥ २ ॥

भावार्थः--The Hindi commentary was not digitized.