मृत्यु को व्यक्त करने का विधान.
चतुर्गतिष्यप्यनुबध्ददुखिता विभीतचित्ताः खलु सारवस्तु ते ।
समस्तसौख्यास्पदमुक्तिकांक्षिणस्सुखेन श्रुण्वंतु निगद्यतेऽधुना ॥ ६ ॥
भावार्थः--The Hindi commentary was not digitized.